Advertisement

अब कार्रवाही का वक्त : संपादकीय :: राष्ट्रीय सहारा

Advertisement

यदि भारत में टिक कर काम–धंधा करना है तो ट्विटर सहित सारे सोशल मीडि़या प्लेटफार्म्स को भारत सरकार के बनाए नियम और कायदों पर चलना ही होगा। क्योंकि भारत जितना बड़़ा यूजर बेस और अरबों का व्यवसाय दांव पर लगाना किसी के लिए भी संभव नहीं है। इसीलिए ट्विटर ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू़ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एकाउंट से वेरिफाइड़ ब्लू टिक टैग हटाकर जो भूल की थी उसे उसने विवाद खड़ा होते ही चंद घटों में तुरंत सुधार लिया‚ लेकिन सोशल मीडि़या को लेकर सरकार द्वारा बनाए गए नियम और कायदों को लेकर चल रही तनातनी के बीच ट्विटर का यह व्यवहार खलने वाला है। हालांकि ट्विटर की सफाई भी गौर करने लायक है कि यदि एकाउंट अधूरा है या छह महीने से नि्क्रिरय है तो किसी भी एकाउंट से नियमों के तहत ब्लू टिक अपने आप हट जाता है। एकाउंट को सक्रिय रखने के लिए छह महीने में कम से कम एक बार इसे लॉग इन करना जरूरी है। ऐसा न होने पर इसे नि्क्रिरय मान लिया जाता है। यदि इस तर्क को यह सोचकर सही मान भी लिया जाए कि ऑटोमेटेड़ कार्यों में ऐसा होना संभव है‚ लेकिन फिर सवाल उठता है कि ऐसा बाकी सारे एकाउंट के साथ क्यों नहीं किया जाता। अनेक विदेशी सेलेब्रिटीज के एकाउंट लंबे समय से नि्क्रिरय पड़े हैं‚ उनमें से किसी का ब्लू टिक नहीं हटा है। भारत में ट्विटर ने जो किया वो बढ़ती सख्ती के बीच जानबूझकर चिढ़ाने वाली कार्रवाई लगता है। नये नियमों के अनुपालन को लेकर ट्विटर को अंतिम चेतावनी दी जा चुकी है। उसे यह बात सख्ती के साथ कही गई है कि अगर उसने नये नियमों का अनुपालन नहीं किया तो उसे आईटी कानून की धारा 79 के तहत मिलने वाले संरक्षण को गंवा सकती है। भारत सरकार का तुरंत सख्त कार्रवाई करने के बजाए सिर्फ चेतावनी पर चेतावनी भर देना भी इस बात का संकेत देता है कि किसी हद तक वह ट्विटर की जरूरत महसूस करती है। अन्यथा तुर्की और नाइजीरिया की तरह ट्विटर पर प्रतिबंध लगाकर कड़ा सबक सिखा सकती थी। देश में ट्विटर जैसे ही एक अन्य प्लेटफार्म ‘कू’ को प्रोमोट करने का ट्विटर पर फर्क न पड़ना और उपराष्ट्रपति तथा संघ प्रमुख के एकाउंट से ब्लू टिक के हटाने पर देश में मचा बवाल; यह दोनों स्थितियां ट्विटर की ठिटाई को बढ़ाने वाली हैं और लगता है कि अब इस पर कार्रवाई का सही वक्त आ गया है। सरकार का थोड़ी सी भी नरम रवैया पूरे देश पर भारी पड़ सकता है।

Advertisement
प्रधान संपादक

Recent Posts

युवा यादव समिति द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की हुई बैठक

टीकमगढ़ l युवा यादव समिति द्वारा हर वर्ष भी भांति इस वर्ष भी भगवान श्री…

2 years ago

जल संरक्षण है हम सब का सपना ताकि खुशहाल रहे भारत अपना.. बूंद बूंद का करें सदुपयोग-विवेक अहिरवार

  टीकमगढ़। जिले की जनपद पलेरा में संचालित केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना अटल भू…

2 years ago

खतरे में तालाब संस्कृति- बुंदेलखंड की पारंपरिक संस्कृति का अभिन्न अंग रहे हैं ‘तालाब

  टीकमगढ़। क्षेत्रफल की दृष्टि में टीकमगढ़ जिले का सबसे बृहद तालाब मोहनगढ़ तहसील अंतर्गत…

2 years ago

4 करोड़ 42 लाख की लागत से बनेगा आमघाट पुल, आधा सैकड़ा ग्रामीणों को मिला बरसाती वरदान

  विधायक शिशुपाल यादव ने किया भूमिपूजन टीकमगढ़ । टीकमगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले…

2 years ago

युवक कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी, हजारों कार्यकर्ताओं ने किया तहसील का घेराव

  टीकमगढ़।युवक कांग्रेस टीकमगढ़ द्वारा आज हल्ला बोल कार्यक्रम कर बड़ागांव तहसील का घेराव किया…

2 years ago

सांसद खेल स्पर्धा 2023 का ओयाजन हेतु बैठक संपन्न खेल स्पर्धा में खो-खो, कबड्डी, लंबी कूद,लांग जंप) एवं 100मीटर की दौड़ सम्मिलित

  टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद एवं केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ…

2 years ago
Advertisement