कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद अब किसान आंदोलन को और धार देने के लिए किसान संगठन शनिवार को तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम करेंगे। कांग्रेस सहित लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने इसे अपना समर्थन दिया है। इसके मद्देनजर दिल्ली में 50 हजार सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। वहीं ड्रोन से सीमाओं पर नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर पुलिस की एक टीम नजर बनाए हुए है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी को रिजर्व में रखा गया है। दिल्ली मेट्रो ने एहतियातन 10 स्टेशनों पर आवाजाही को बंद कर दिया है। किसानों का कहना है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा। किसान शांतिपूर्ण तरीके से देश के अन्य हिस्सों में तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों को बाधित करेंगे।
पचास पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर रखेंगे नजर
चक्का जाम के दौरान दिल्ली के साइबर सेल को सोशल मीडिया की निगरानी के लिए लगाया गया है। साइबर सेल के पचास पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं। कई अकाउंट बंद होने के बावजूद ट्विटर सहित अन्य दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उकसाने वाले ट्वीट किए जा रहे हैं। जिसपर पुलिस कार्रवाई करने में जुटी है।