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खुशियों की दास्तां – जिले में 2 साल में रक्त की कमी से जूझ रहे 800 मरीजों की बचाई जान

टीकमगढ़ | ब्लड देकर दूसरों की जान बचाने में टीकमगढ़ के लोग हमेशा आगे रहते हैं। ईषानिका मेमोरियल फाउंडेशन के सदस्यों ने रक्तदान जीवनदान मुहिम के तहत दो साल में रक्त की कमी से जूझ रहे 800 मरीजों की जान बचाई है।

फाउंडेशन के सदस्य रक्त की कमी से परेषान मरीज की सूचना मिलते ही तत्काल ब्लड डोनेशन करने पहुंचते हैं। अब जिले में भी फाउंडेशन की अन्य शाखाएं भी खोली जा रही हैं।

एनएसएस की मुहिम भी रही सराहनीय

कृषि विज्ञान केन्द्र में एनएसएस प्रभारी रहे रिटायर्ड वैज्ञानिक डॉ. आरसी तिवारी ने भी रक्तदान के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाया है। उनके अभियान से जुड़कर एक हजार से अधिक लोगों ने रक्तदान किया है, जिसमें कृषि छात्रों के अलावा शहर के युवा और समाजसेवी जुड़े और उन्होंने रक्तदान कर मरीजों की जान बचाने आगे आए। अभी भी जरूरतमंदों की सेवा में एनएसएस के छात्र आगे रहते हैं।

स्वास्थ्यकर्मियों ने किया रक्तदान

विश्व रक्तदान दिवस के उपलब्ध में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में रक्तदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें डॉक्टर के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों और समाजसेवियों ने रक्तदान किया।