टीकमगढ़ के वार्ड न. 24 में हो रही बिजली चोरी, नंगे तार बन रहे लोगों की जिंदगी के लिए खतरा
टीकमगढ़ : आपने बिजली चोरी के कई तरीके सुने और देखें होंगे, पर कोई तरीका ऐसा नहीं है जो पकड़ा न जाता हो, लेकिन यह तरीका ऐसा है, जो बिजली चोरी पकड़ने के बाद भी नहीं पकड़ा जाता। तो क्या वो तरीका है बिजली विभाग के कर्मचारियों से सेटिंग करके, क्या यह मुमकिन है?
यह मामला किसी गांव या पिछड़े इलाके का नहीं बल्कि जिला टीकमगढ़ के ही वार्ड नंबर 24 (देवकी नगर कॉलोनी) का है, जो नए बस स्टैंड के सामने ही है।
इस वार्ड में घरों में बिजली के लिए मीटर तो लगे है, पर सिर्फ कनेक्शन के नाम पर क्योंकि यहां से गुजरी बिजली की लाइन नंगे तारो की है, और मात्र 10 से 15 फिर ऊपर है।

यह लाइन कई घरों की छतों पर से भी निकली हुई है, जिससे लोग आसानी से अपने घरों में मुफ्त बिजली का मजा उड़ा रहे है। बिजली के यह नंगे तार बिजली की चोरी तो करा ही रहे है साथ ही कई लोगो की जिंदगी के लिए खतरा भी बने हुए है, और कई घटनाएं भी इनके कारण हो चुकी है।
पिछले साल तेज हवा के कारण एक तार टूट गया और उस टूटे तार में करेंट होने के कारण एक गाय उसकी की चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई थी।
बीते साल ही एक निर्माणाधीन घर में एक मजदूर भी इन तारों के चपेट में आ कर अपनी जान गवा चुका है।
परंतु इन घटनाओं के बाद भी विद्युत विभाग के द्वारा अब तक इस पर समस्या का समाधान नही किया गया है, और न ही अब तक इस वार्ड में विद्युत केबल डाली गई है, जिससे बिजली की चोरी और जनहानि जैसी घटनाएं रोकी जा सकें।
इन सब कारणों से सवाल यह उठता है, की जब हर महीने विद्युत विभाग के कर्मचारी लोगों के घरों में रीडिंग लेने जाते है तो क्या उन्हे यह बिजली की चोरी नजर नहीं आती, क्या उन्हे यह नंगे तारो से लोगों की जान को खतरा नजर नही आता या उसे जान बूझकर नजर अंदाज किया जाता है, या फिर यह उसी बिजली की चोरी के लिए डाले हुए है, जो पकड़े जाने के बाद भी पकड़ी नहीं जाती।
इन सब कारणों से विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने का अंदेशा लगाना गलत नहीं होगा।