टीकमगढ़ पुलिस प्रशासन का शहर में नहीं है कोई कंट्रोल, बेखौफ हो रही है मारपीट की घटनाएं ,छात्राएं भी नहीं सुरक्षित।
टीकमगढ़। भारत सरकार द्वारा जहां एक और महिला सक्तीकरण के प्रति अनेक अभियान चला रही है, करोड़ों रुपए के विज्ञापन, और कई प्रकार के नए नए तरीकों से महिला सुरक्षा के लिए कार्य कर रही है। लेकिन वहीं दूसरी ओर ये अभियान केवल विज्ञापन तक ही सीमित नजर आ रहे हैं। शहर में कोचिंग संस्थानों के सामने दिन दहाड़े 50 से 60 आवारा लड़कों द्वारा एक छात्र को पत्थरों से बेरहमी से पीटा जाता है, उसकी बाइक को तोड़ा जाता है और कोचिंग संचालक से भी अभ्रता की जाती है। और यह घटना तब होती है जब संस्था में 30 से 40 छात्र और छात्राएं शिक्षण कार्य कर रहे थे। इस घटना के बाद छात्राएं बुरी तरह डर गई। और आस पास भी डर का माहौल बन गया।
लेकिन इस घटना के 1 घंटे बाद जब थाना कोतवाली प्रभारी को इस घटना से अवगत कराया जाता है तो उनका कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है।
इस बात से स्पष्ट होता है कि टीकमगढ़ शहर में पुलिस प्रशासन का कोई कंट्रोल नहीं है।
जब उन्हें इस घटना के बारे में अवगत कराया जाता है तो वह इस बात को मानने से भी मना करने लगे की – मैं मान ही नहीं सकता कि टीकमगढ़ शहर में 50 – 60 लड़के एक साथ इस प्रकार हमला कर सकें।
इस प्रकार की घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि जब नई उम्र के युवक इस प्रकार मारपीट कर सकते है, तो शहर में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद होगे।
आपको बता दें कि यह घटना है शिव शक्ति कॉलोनी के पीछे लगने वाली वाटिका कोचिंग संस्थान की जहां – कुछ युवकों के बीच झगड़ा हो गया। जो देखते ही देखते पत्थरों से मारने तक आ गया जिसमे कुछ लड़कों ने एक छात्र को पत्थरों से बेरहमी से पीट पीट कर अधमरा कर डाला। इस घटना में कोचिंग संचालक ने उस छात्र की जान बचाई और उसे संस्थान के अंदर कर लिया। परन्तु जवानी के जोश और मारपीट करके अपनी शान को बढ़ावा देने वाले युवक यहीं नहीं रुके और संस्थान के दरवाजे तोड़ने की कोशिश की और कोचिंग संचालक से भी गाली गलौज की, तथा उस छात्र की मोटसाइकिल भी पत्थर पटक पटक कर तोड़ डाली।
इस घटना से कोचिंग संस्थान के आसपास रहने वाले लोग भी सहम और डर गए। वहीं संस्थान में पढ़ने वाली छात्राएं भी इस घटना के बाद डरी हुई थीं।
कोचिंग संस्थान के सामने हुई ऐशी घटना से निश्चित ही पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठा रही है, इस संबध में जानकारी देने जब पुलिस अधीक्षक को जानकारी देने investigateindia के पत्रकार ने फोन किया तो उनका फोन नहीं उठा ।