पिता-पुत्र में धान के पैसों को लेकर हुआ विवाद, दोनों ने की आत्महत्या

पिता-पुत्र में धान के पैसों को लेकर हुआ विवाद, दोनों ने की आत्महत्या

मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित ग्राम फनवानी मझौली में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब किसान चतुर्भुज पटैल व उनके बेटे सरमन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पिता व पुत्र को फांसी के फंदे पर झूलते देख गांव में हड़कम्प मच गया, परिजनों सहित गांव के कई लोग मौके पर पहुंच गए, जिनके बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है.

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम फनवानी मझगवां निवासी चतुर्भुज पटैल उम्र 52 वर्ष पेशे से किसान रहे, जिन्होने पिछले दिनों धान बेची, जिससे मिले रुपए चतुर्भुज घर में न देकर खर्च कर रहे थे, पिता द्वारा रुपए खर्च किए जाने की जानकारी जब बेटे सरमन को लगी तो उसने पिता से रुपए खर्च करने से मना किया, इसी बात को लेकर बीती रात पिता व पुत्र के बीच जमकर विवाद हुआ, परिजनों सहित अन्य लोगों ने दोनों को किसी तरह शांत भी कराया.

आज सुबह 9 बजे के लगभग चतुर्भुज पटैल घर से निकले और खेत के पास एक पेड़ पर फंदा डालकर फांसी लगा ली, कुछ देर बाद बेटा सरमन भी घर से बिना बताए निकला और उसने भी एक पेड़ पर फंदा डालकर फांसी लगा ली, दोपहर में जब गांव के लोग उस रास्ते से निकले तो देखा कि चतुर्भुज व उनका बेटा सरमन कुछ ही दूरी पर पेड़ पर फांसी के फंदे पर झूल रहे है, जिसपर लोग स्तब्ध रह गए, यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते कई लोग एकत्र हो गए, वहीं मौके पर पहुंची पत्नी व रिश्तेदार भी आ गए, जिन्होने चतुर्भुज व सरमन को देखा तो फूट-फूट कर रोए.

जिन्हे देख गांव के अन्य लोगों की आंखे भी नम हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाया, वहीं पुलिस को पूछताछ में मृतक चतुर्भुज की पत्नी ने बताया कि धान की बिक्री में आए रुपयों को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था. जिसके चलते दोनों ने रात को खाना भी नहीं खाया और अपने अपने कमरे में सोने के लिए चले गए और सुबह उठकर घर से निकल गए. इस घटना से गांव में सनसनी व्याप्त रही. पुलिस का कहना है कि मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है.