बुंदेलखण्ड की अयोध्या भगवान श्रीरामराजा सरकार की नगरी ओरछा में आज भगवान राजसी ठाठ बाट के साथ निकली श्रीरामराजासरकार की बारात
ओरछा।प्रद्युम्न खरे। अयोध्या कही जाने वाली श्रीरामराजा सरकार की नगरी ओरछा में रविवार को राजाराम सरकार को हल्दी चढ़ने के साथ ही तीन दिवसीय विवाह महोत्सव शुरू हुआ। जिसमें रविवार को राम राजा मंदिर में हल्दी की रस्म , देर शाम श्रीराम जानकी विवाह उत्सव, एवम सोमवार को मार्गशीष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन भगवान राम और माता सीता का विवाहोत्सव मनाया गया। जिसमें रात 8 बजे रामराजा की बारात निकाली गई जिसमें कलेक्टर तरुण भटनागर द्वारा सरकार का तिलक किया गया साथ ही निवाड़ी एसपी टीके विद्यार्थी एवम निवाड़ी विधायक अनिल जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष अखिलेश अयाची एवम प्रशासन के लोग द्वारा रामराजा सरकार की पालकी उठाकर बारात निकाली गई। सरकार की बारात में शामिल होने दूर दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
राजसी वैभव से निकली सरकार की बरात
सोमवार को रात 8 बजे हाथी, घोड़े, बग्गी, ढोल-नगाड़े और बुंदेली वाद्य यंत्रों की टोलियां राजसी ठाट-बाट के साथ श्री राम राजा सरकार की बरात राजसी वैभव के साथ निकाली गई। वरयात्रा के मंदिर से निकलते ही सशस्त्र पुलिस बल द्वारा दूल्हा बने राजा राम को गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद श्रीराम जी अपने छोटे भाई लक्ष्मणजी के संग पालकी में विराजमान होकर नगर के प्रमुख प्राचीन मार्गो पुर वासियों दर्शन देते हुए नगर मुख्य चौराहे पर स्थित जनक भवन मंदिर के लिए निकले। मुख्य रूप से बरात में राजसी प्रतीक चिन्ह पंखा, तिकोना, छड़ी और मशाल आदि सरकार की पालकी के साथ निकले।
बुंदेली गीत गाकर हुआ दुल्हा सरकार का तिलक
– वरयात्रा में धर्म ध्वज, बैंडबाजे, विद्युत सजावट के साथ धार्मिक कीर्तन मंडली रामधुन के साथ रहेगी। नगर के हर द्वार पर दूल्हा बने राजा राम का पारंपरिक बुंदेली वैवाहिक मंगल गीत गायन करते हुए तिलक किया गया।
– इस पवन बेला पर नगर में मंगल कलश सजाकर बरात पर पुष्प वर्षा की गई। बरात रामराजा मंदिर से नझाई मुहल्ला, पावर हाउस, शास्त्री नगर, गणेश दरवाजा से होते हुए नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित जनकजी के मंदिर पहुंची। जहां मंदिर के पुजारी पं. हरीश दुबे राजा जनक के रूप में दूल्हा सरकार का टीका और बरात की अगुवानी की।
– इसके बाद वैदिक रीति अनुसार विवाह की सभी रस्में हुई। श्री रामविवाह उत्सव पर रात में मंदिर के बाहर प्रांगण में श्रीरामराजा सेवा दल के संयोजन में देश के चुनिंदा ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा धनुष यज्ञ लीला का मंचन की किया गया। इसके अलावा मंदिर परिसर में संत समागम के अतिरिक्त रामचरित मानस प्रवचन भजन कीर्तन आदि धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मंडप की पंगत में उमड़े श्रद्घालु
श्रीरामराजा सरकार के विवाहोत्सव में रविवार को यजमान के रूप में जिला कलेक्टर तरूण भटनागर से मंदिर के प्रधान पुजारी रमाकांत शरण महाराज एवं पुरोहित पं वीरेंद्र बिदुआ द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत मंडपाच्छादन पूजन करवाया गया। इसके बाद शाम 4 बजे से श्रीराम जानकी विवाह के प्रीतिभोज का आयोजन हुआ। विवाहोत्सव के दौरान नगर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
प्रशासन की रही चाक चौबंद वैवस्था
ओरछा में बारात एवम कार्यक्रम के दौरान होने वाली भीड़ की सुरक्षा के लिए पुलिस-प्रशासन द्वारा श्री रामराजा मंदिर प्रांगण, बेतवा नदी किनारे, महलों के पास, मंदिर के पीछे पुलिस की विशेष टुकड़ियां तैनात की गई है। साथ ही अतिरिक्त कंट्रोल रुम बनाकर एवं सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही है।