केंद्र सरकार ने इस साल सीबीएसई 12वीं की परीक्षा भी रद कर दी है।इसके बाद मप्र बोर्ड 12 वीं की परीक्षा भी रद कर दी गई है । इससे पहले दसवीं की परीक्षा भी रद हो गई थी।सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों की जिंदगी हमारे लिए अनमोल है। हम ऐसे में उन पर मानसिक दबाव नहीं डाल सकते। आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर बच्चों को अंक दिए जाएंगे ।
वहीं सीबीएसई बारहवीं के विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा कैंसिल होना सही फैसला है, लेकिन ऑनलाइन परीक्षा लेकर तब रिजल्ट तैयार होना चाहिए। बता दें, कि राजधानी में 96 सीबीएसई स्कूलों के एक लाख 30 हजार विद्यार्थी बारहवीं परीक्षा में शामिल होने वाले थे। परीक्षा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई थी।
बुधवार को 12वीं परीक्षा को लेकर स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक की यह बैठक मंत्रालय में हुई। इसके बाद यह फैसला आया।
इसके बाद स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का बयान आया है। उनके अनुसार CBSE 12 वीं की परीक्षा को रद्द कर पीएम मोदी ने छात्रों के हित में लिया निर्णय। प्रदेश में 15 जून से छात्रों के एडमिशन की प्रक्रिया होगी शुरू। फिलहाल स्कूल नहीं खुलेंगे।निजी स्कूल फीस की मनमानी पर बोले मंत्री। कहा- रिकार्ड बुलाकर करेंगे समीक्षा। मनमानी के खिलाफ करेंगे वैधानिक कार्रवाई। स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर कर रहे प्लानिंग।छात्रों को दी जाने वाली सुविधा पर कर रहे विचार।जल्द जारी होंगी गाइडलाइन।
मध्यप्रदेश में 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएँ इस वर्ष अयोजित नहीं की जाएंगी।
बच्चों की ज़िंदगी हमारे लिए अनमोल है। करियर की चिंता हमलोग बाद में कर लेंगे। बच्चों पर जिस समय #COVID19 का बोझ है, उस समय हम उन पर परीक्षाओं का मानसिक बोझ नहीं डाल सकते! pic.twitter.com/jwvS6BfIlG
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 2, 2021