टीकमगढ़। इन दिनों जिला सुर्खियों में बना हुआ है जहां कोरोना का काल में पॉजिटिविटी रेपोरेट के मामले में प्रदेश में अव्वल स्थान प्राप्त कर चुका है वहीं पर कुकड़ू कु के मामले में भी जिला अब्बल बना हुआ है कोरोना का काल के द्वारान पुलिस प्रशासन बेवजह आने जाने वालों को सबक सिखाने में लगी हुई है ऐसे में कई निर्दोष लोगों को भी इस सजा से गुजरना पड़ता है खास बात यह है कि इस चिलचिलाती धूप में लोगों को मुर्गा बना कर कुकुरुकू बुलवाया जा रहा है हद तो तब हो गई जब एक व्यक्ति को पुलिस द्वारा तपती रोड पर लिटा दिया गया जरा सोचिए वह मंजर क्या होगा जब किसी व्यक्ति को तपती धूप में लिटा दिया जाए पुलिस की शक्ति गरीब लोगों पर ही दिखाई पड़ रही है किसी रसूखदार व्यक्ति पर यह कार्रवाई पुलिस को महंगी साबित हो सकती है कोरोना काल के द्वारान रोड पर सन्नाटा तो रहता है मंगर शहर की गलियां मोहल्ले दिनभर गुलजार रहते हैं ऐसे में संक्रमण को कैसे काबू किया जा सकता है यह समझ से परे है जब शहर के बुद्धिजीवियों से इस बारे में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस का यह रबैया न काबिले बर्दाश्त है, उन्होंने कहा है कि इस महामारी के द्वारान हर कोई अपनी मर्जी से घर से बाहर नहीं निकलता पुलिस को चाहिए कि लोगों के साथ दोस्ताना रवैया अपनाएं ।
जिला अस्पताल में रोज केस आ रहे हैं और कोई अपने गांव से तो कोई अपने परिजनों के इलाज के लिए आ रहे है ऐसे में पुलिस प्रसशान को ध्यान देना चाहिए की कोई गरीब मजदूर परेशान ना हों, क्योंकि हलात इतनी गंभीर है कि अब लोग बिन वजह घर से नहीं निकाल रहा है , कई लोग ऐसे है जिनके परिजन अस्पताल में भर्ती है और वह लोग कई विवस्थाओ के इंतजाम में लगे हुए है ऐसे में प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए कि इस परिस्थिति में गरीब आदमी को परेशान नहीं किया जाना चाहिए ।
टीकमगढ़ जिले की संपूर्ण राजस्व सीमा में 8 मई 2021 की प्रातः 6 बजे तक जनता कर्फ्यू बढ़ाया गया