नई दिल्ली
राजधानी की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। प्रदर्शन मुख्य रूप से गाजीपुर बॉर्डर पर केंद्रित हो गया है, मगर सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने मंगलवार को ऐसा बयान दिया जिससे सरकार की चिंता बढ़ सकती है। टिकैत ने कहा कि किसान ‘आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। उसके बाद आगे की तारीख दी जाएगी।’ इससे पहले, टिकैत से मिलने मंगलवार दोपहर शिवसेना के नेता मुंबई से यहां पहुंचे। पार्टी सांसद अरविंद सावंत और संजय राउत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। किसी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए धरनास्थलों को पूरी तरह आइसोलेट कर दिया गया है। उनके आस-पास कई लेयर की बैरिकेडिंग करके ऊपर कंटीली तारें बिछा दी गई हैं। सड़क पर टायर किलर्स लगाए गए हैं। इसके अलावा भारी तादाद में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है। टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस ऐसा किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए कर रही है।
‘अक्टूबर से पहले नहीं रुकेगा आंदोलन’
राकेश टिकैत ने मंगलवार को किसान आंदोलन खत्म करने को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, “हमारा नारा है, ‘कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।” टिकैत ने कहा, “हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी।” विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात के सवाल पर टिकैत ने कहा, “अगर हमारे समर्थन में विपक्ष आ रहा है तो कोई समस्या नहीं, लेकिन उसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते।” 26 जनवरी को हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि “नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।”
राकेश टिकैत ने जमीन पर बैठकर खाया खाना
राकेश टिकैत ने मंगलवार दोपहर का खाना पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेड के पास जमीन पर बैठ कर खाया। राकेश टिकैत ने इस दौरान कहा कि हम कानून का सम्मान करते हैं, ये लड़ाई अक्टूबर महीने तक चलेगी। जिसकी तैयारियां की जा रही हैं।