खण्ड स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में बनाई गई रणनीति
छतरपुर। मप्र शासन ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सामाजिक लोगों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। इसी तारतम्य में विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया की अध्यक्षता में गठित की गई खण्ड स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की पहली बैठक मंगलवार को छतरपुर के जनपद कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में विकासखण्ड स्तर पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अधिकारियों एवं समिति के सदस्यों ने समीक्षा करते हुए रणनीति बनाई।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने अधिकारियों से ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद कोरोना के एक्टिव केस, वर्तमान तैयारियां एवं अगली लहर के लिए किए जा रहे इंतजामों की जानकारी ली। विधायक ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में ज्यादा फोकस किया जा रहा है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोगों के बड़ी संख्या में बीमार होने की खबरें सामने आ रही हैं। उन्होंने समिति से मिल रहे सुझावों के आधार पर छतरपुर बीएमओ को निर्देश किया कि वे ग्रामीण क्षेत्र की बड़ी पंचायतों एवं अधिक संक्रमित ग्रामों में चलित अस्पताल के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर लगाएं। इन शिविरों से मौके पर ही मरीजों का उपचार होगा एवं गंभीर मरीजों को चिन्हित कर उन्हें तुरंत जिला अस्पताल भेजा जा सकेगा। बैठक के दौरान उन्होंने खाद्य विभाग, छतरपुर नगर पालिका से अधिकारियों के न पहुंचने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होने कहा कि शासन ने गरीबों को राशन मुफ्त देने का ऐलान किया है लेकिन लापरवाही के कारण गरीबों तक राशन नहीं पहुंच रहा है। उन्होने छतरपुर के ही वार्ड क्रमांक 14 एंव 25 से मिली शिकायतों को एसडीएम अविनाश रावत को दर्ज कराया। बैठक के दौरान आयुष्मान कार्ड समय पर बनाए जाने, ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे और मेडिसिन किट के वितरण, कोविड केयर सेंटर की वर्तमान स्थिति पर जानकारी ली एवं वैक्सीनेशन के धीमी कार्य पर नाराजगी जताई।
पुलिस के बर्बर रवैये पर नाराज हुए विधायक
बैठक के दौरान छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने पुलिस के द्वारा लगातार लोगों के साथ की जा रही मारपीट की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह लॉकडाउन नहीं बल्कि कोरेाना कफ्र्यू है जिसमें अनेक जरूरी कामों के लिए आवाजआवाजाही को मुक्त रखा गया है। पुलिस बगैर सत्यापन के लोगों को पीट रही है जो कि अमानवीय है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा अपने अमले को निर्देश देकर यदि हालात नहीं सुधारते तो वे इस मामले को लेकर सड़क पर उतरेंगे।
मातगुवां, ईशानगर, रामनगर, पड़रिया, पुरवा में बनाएं छोटे कोविड सेंटर
विधायक आलोक चतुर्वेदी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से खण्ड स्तर पर मौजूद स्वास्थ्य अमले एवं उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली तो पता लगा कि छतरपुर ब्लाक के अंतर्गत सिर्फ ढड़ारी में ही ऑक्सीजन बेड युक्त कोविड सेंटर संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईशानगर और मातगुवां मेंहमारे पास अस्पताल के भवन हैं। स्वास्थ्य अमला मौजूद है। इसी तरह रामनगर, पड़रिया और पुरवा में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के उपलब्ध संसाधनों के आधार पर लगभग सभी जगह 50 बिस्तर के साथ कोरोना मरीजों का इलाज शुरू करें। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर ऑक्सीजन सिलेण्डर से 5 से 10 बिस्तर ऑक्सीजन जरूरत वाले मरीजों को दिए जाएं। यदि ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीनों की जरूरत पड़ी तो वे अपने स्तर पर यहां मशीनें उपलब्ध कराएंगे। बैठक में एसडीएम अविनाश रावत, जनपद सीईओ सैय्यद मजहर अली, जनपद के निवर्तमान अध्यक्ष राजेन्द्र मोनू यादव, समिति के सदस्य राजेश गंगेले, अनीस खान, पुलिस, राजस्व, जनपद एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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