भोपाल: स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत दस्तावेज सत्यापन का कार्य चल रहा है। माध्यमिक शिक्षक के लिए हिंदी, उर्दू, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान के विषय में कम रिक्त पद दिए गए हैं, जबकि पात्र उम्मीदवार इससे कई गुना ज्यादा हैं। ऐसे में चयनित उम्मीदवार पद वृद्धि की मांग कर रहे हैं। चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि विभाग ने पुरानी गणना के आधार रिक्त पदों की संख्या प्रदर्शित की है। इस कारण कई विषयों में पदों की संख्या कम दर्शाई गई है। विभाग को फिर से पदों की गणना करानी चाहिए।
हिंदी विषय के पात्र उम्मीदवारों का कहना है कि उनके विषय में 100 रिक्त पद दर्शाए गए हैं, लेकिन पात्र उम्मीदवार करीब 56 हजार हैं।
ऐसे ही सामाजिक विज्ञान के 60 और जीव विज्ञान के 50 रिक्त पद प्रदर्शित किए गए हैं। बता दें कि वर्ष 2018 में करीब 30 हजार पदों के लिए शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। फरवरी-मार्च 2019 में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया। वर्ग-1 और वर्ग-2 में करीब पांच लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इसमें करीब ढाई लाख अभ्यर्थी पास हुए थे।
चयनित अभ्यर्थियों ने डीपीआइ में किया प्रदर्शन
इधर, शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित हुए अभ्यर्थी गुरुवार को लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) पहुंचे और प्रदर्शन किया। वे भर्ती प्रक्रिया और नियमों में अंतर को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। दरअसल, दस्तावेज सत्यापन के दौरान नियमित बीएड और प्राइवेट से स्नातकोत्तर करने वाले कई चयनित उम्मीदवारों को होल्ड पर रखा है या पात्रता रद कर दी है। प्रदेश में एक हजार से अधिक उम्मीदवार अभी होल्ड पर है। इन उम्मीदवारों ने मांग की है कि भर्ती के विज्ञापन से लेकर दस्तावेज सत्यापन के लिए जारी निर्देशिका में भी इस प्रकार का कोई नियम उल्लेख नहीं है। अब उन्हें होल्ड पर क्यों रखा जा रहा है, इसका कोई जवाब नहीं मिल रहा है।
शिक्षक भर्ती वर्ग-1 और वर्ग-2 एक नजर में
उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए
विषय-16
खाली पद- 15 हजार
पात्र उम्मीदवार- 43,723
माध्यमिक शिक्षक के लिए
कुल विषय- सात
कुल खाली पद-5,670
पात्र उम्मीदवार-2 लाख 16 हजार 240
माध्यमिक शिक्षक के किन विषयों में कितने पद और उम्मीदवारों की संख्या
विषय–खाली पद– उम्मीदवार
हिंदी–100– 56,327
संस्कृत– 722– 17,000
उर्दू — 18– 592
जीवविज्ञान — 50– 41699
सामाजिक विज्ञान– 60– 61269
गणित– 1312– 38024
अंग्रेजी– 3358– 6629
जिस विषय के जितने पद रिक्त थे। उतने पद दर्शाए गए हैं। अगर उसके बाद भी चयनित अभ्यर्थियों की संख्या रह जाती है तो रिक्त पदों की गणना करवाकर पद वृद्धि करने के बारे में विचार करेंगे।
– इंदर सिंह परमार, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री
मंत्री से लेकर विभाग कई बार बयान भी जारी कर चुके हैं कि रिक्त पदों की जांच कराएंगे, लेकिन अभी तक पदों में वृद्धि नहीं हुई है। अगर समय रहते पद वृद्धि नहीं की गई तो बहुत से पात्र अभ्यर्थी शिक्षक बनने से वंचित रह जाएंगे। इसीलिए हमारा विरोध जारी है।