बारिश के बीच खुले आसमान में अंतिम संस्कार करने को मजबूर ग्रामीण, कहा नहीं बना शमशान घाट तो करेंगे चुनाव का बहिष्कार

बारिश के बीच खुले आसमान में अंतिम संस्कार करने को मजबूर ग्रामीण, कहा नहीं बना शमशान घाट तो करेंगे चुनाव का बहिष्कार।

निवाड़ी : मामला है जिला निवाड़ी के ग्राम पंचायत ज्योरा मौरा के गरार का खिरक का है, जहां पर ग्रामीण श्मशान गृह न होने के कारण खुले आसमान के नीचे दाह संस्कार करने को मजबूर हैं आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं यह पहली बार नहीं है कुछ दिनों पहले भारी बारिश के बीच दाह संस्कार करते समय अधजल एक मृत शरीर को अन्य ग्रामीणों की सहायता से दोबारा जलाया गया था।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

ग्रामीणों का कहना है की जीते जी तो सम्मान मिलता ही नहीं परंतु मरने के बाद मृत शरीर को भी सम्मान मिल पाना नसीब नहीं हो पाता है भारी बारिश के बीच खुले आसमान के नीचे दाह संस्कार करना बड़ी शर्म की बात है। संपूर्ण ग्राम में विकास की इसी तरह समस्या है और शमशान घाट भी सामान्य जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है।

 

ग्राम वासियों से चर्चा कर दौरान एक युवक ने कहा की

 

जीवन रहते हुए कई लोगों सम्मान नहीं मिल पाता है और साथ में मृत्यु के पश्चात भी अधजले शरीर को दोबारा जलाना पड़ते है, जिससे निश्चित तौर पर मृत आत्मा का अपमान होता है, भविष्य में ऐसा न हो उसके लिए मेरी मध्य प्रदेश सरकार के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी से गुजारिश है कि उक्त समस्या को तत्काल गंभीरता से लें और शीघ्र ही उक्त समस्या से ग्रामीणों को निजात दिलाएं “

 

 

 

 

 

 

 

 

एक अन्य युवा कौशल किशोर ने कहा की

“अगर पृथ्वीपुर विधानसभा के उपचुनाव के पहले यहां पर शमशान घाट नहीं बनाया गया तो अभी आने वाले पृथ्वीपुर विधानसभा के उपचुनाव में इसका जवाब चुनाव का बहिष्कार करके दिया जाएगा।”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

ग्राम में मुख्य मार्ग पर आने के लिए नहीं है सड़क नालियों के कीचड़ में से निकल रहे ग्रामीणों

ग्रामीणों ने कहा की केवल शमशान घाट ही नहीं बल्कि बहुत सारी मूलभूत सुविधाएं ग्रामीणों को नहीं मिल रही है। और कई योजनाएं सरपंच की भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। ग्राम ज्यौरा में गांव के अंदर जाने के लिए मुख्य सड़क ही नहीं है।

 

भले बारिश हो या न हो फिर भी नालियों के अत्यधिक भराव के कारण कीचड़ में से निकलना पडता है, और यह स्थिति करीब 3 साल से बनी हुई है, गांव में ऐसे कई कार्य है जो भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गए हैं।