समाजसेवी सौरभ खरे ने ग्राम पठा में वितरित किये कंबल
टीकमगढ़। समाजसेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता। युवाओं में समाजसेवा के प्रति बढ़ती रूचि सराहनीय है। आज अनेक युवा गरीबों की मदद करने के लिये आगे आने लगे हैं। सौरभ खरे द्वारा कोरोना काल में जिस तरह से गरीबों की मदद की गई है, वह सराहनीय है। आज उन्होंने ग्राम पठा के गरीब और पिछड़े तबके के लोगों को कंबल बांटकर उन्हें सर्दी से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके द्वारा सर्दियों में हर साल कंबल और गर्म कपड़ों का वितरण किया जाता है। ग्राम पठा में समाजसेवी एवं पत्रकार सौरभ खरे ने कड़ाके की सर्दी के बीच पहुंचकर गरीबों को कंबल वितरित किये। उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में अनेक लोग बिना कपड़ों के ही ठिठुरते रहते हैं। जिससे उनके बच्चों और परिवार की परेशानियां बढ़ जाती है। गरीबों की समस्याओं को दूर करना ही सच्चा मानव धर्म है। लोगों को चाहिये कि वह जरूरतमंदों की मदद के लिये आगे आएं। बच्चों को गर्म कपड़े और गरीबों को कंबल आदि देकर उनके जीवन की रक्षा करें। ग्राम पठा के शासकीय प्राथमिक शाला ढिमरौला में सौरभ खरे द्वारा कंबल वितरित किये गये। इस दौरान अनेक बुजुर्ग महिलाओं को कंबल वितरित किये गये। इस अवसर पर सीएसी किरण खरे, शिक्षक अमित सोनी, जुगल साहू, श्रीमती अवधेश शुक्ला, प्रदीप खरे पत्रकार, कृष्ण गोपाल देवलिया सहित अनेक लोगों ने गरीबों को कंबल बांटने के साथ ही कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि युवा समाजसेवी सौरभ खरे द्वारा आपात समय में लोगों की हमेशा मदद की जाती रही है। सदिर्यों में जहां कंबल एवं गर्म कपड़े वितरित किये जाते हैं, वहीं जिला जेल पर भी समय-समय पर बच्चों एवं बंदियों को कपड़े, खिलौने बांटे गये। इतना ही नहीं उन्होंने कोरोना काल में जरूरतमंदों को राशन आदि का लगातार वितरण किया। श्री खरे की सेवाओं ने अनेक गरीबों के चेहरों की उदासी को दूर करने का काम किया है। इस अवसर पर अमित रैकवार, संतोष रैकवार, शनि राजपूत, ज्ञान यादव, हिमांशु सेन सहित अनेक ग्रामवासी उपस्थित रहे।
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इन गरीबों को मिले कंबल
ग्राम पठा में अनेक बुजुर्ग महिलाओं एवं विकलांग, लाचार लोगों को कंबल वितरित किये गये। जिन लोगों को कंबल बांटे गये, उनमें ढुड़कू रैकवार, शुद्दा रैकवार, हरजन चढ़ार, रामदास रैकवार, हरबाई रैकवार, नन्नीबाई रैकवार, घंसू रैकवार, शांति रैकवार, वंशी रैकवार, चत्तू रैकवार, तुलसिया सौर, जैबो रैकवार, प्यारी सैन, बाबूलाल रैकवार, जानकी रैकवार, हिरिया रैकवार, जशोदा रैकवार सहित अनेक महिलाओं एंव ग्रामीणों के नाम शामिल हैं। इस दौरान बुजुर्ग महिलाओं ने समाजसेवी सौरभ खरे एवं अन्य लोगों को आशीर्वाद दिया।
