टीकमगढ़। प्रद्युम्न खरे l कहते हैं औरत चाहे तो क्या नहीं कर सकती, वह मां, होममेकर, बिजनेसवुमन, टीचर, डॉक्टर, इंजीनियर, पुलिस, क्या नहीं है। महिला दिवस महिलाओं के इसी जज्बे को सलाम करता है। इस दिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं की कामयाबी, दृणता, सशक्तिकरण और उपलब्धियों का जश्न मनाया जाता है. महिलाओं के साथ होने वाले अन्याय पर आवाज उठाए जाने के साथ ही उनके सशक्तिकरण पर जोर दिया जाता है।
आज महिला दिवस के दिन है हम एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे जो इंदौर से टीकमगढ़ बहु बनकर आई और समाज सेविका के तौर पर असली भूमिका निभा रही है, रजनी पूनम जयसवाल सबसे पहले अपनी समाजसेवी की शुरुआत शादियों के बचे हुए खाने से कि जहां रजनी जयसवाल द्वारा शादियों व सामाजिक कार्यक्रमों में बचे हुए खाने को गरीब बस्तियों में बांटा जाता है। रजनी जयसवाल जी से जब इस बारे में जानकारी ली तो उन्होंने बताया की जब मैं टीकमगढ़ शादी कर आई और यहां कई जगह शादियों में भोजन करने गई तो मैंने देखा कि यहां बड़े स्तर पर खाना बच जाता है और अगले दिन बाहर फेंक दिया जाता है। तो मैंने सोचा कि ऐसे जाने कितने लोग हैं, जिन्हे एक वक्त का खाना मिलना भी मुस्किल होता होगा। तब मैंने शुरुआत की अन्नम रक्षा समिति की जो शादियों,जन्मदिन पार्टियों,एवम अन्य बड़े कार्यक्रम जहां खाना बच जाता है उसे लाकर गरीब वस्तियों में बांटती है।रजनी ने बताया की जिन जगाओं पर भोजन बच जाता है वहां के शादी घर के संचालक हमें सूचना देते हैं, जिसके बाद हम जाकर खाना इकट्ठा कर लेते हैं, अगर देर रात हो जाती है तो वह खाना हमारे फ्रिज में रख दिया जाता है जिसे हम सुबह बस्तियों में जाकर बांट देते हैं।
रजनी जैसवाल द्वारा समय-समय पर समाज सेविका की तौर पर काम किए जाते हैं जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों मैं काम कर रही हैं रजनी लायंस क्लब के अध्यक्ष भी रह चुकी हैं जिसमें क्लब द्वारा एक स्कूल भी गोद लिया गया है जिसके बच्चों की जिम्मेदारी क्लब द्वारा ली गई है, जिन्हे समय-समय पर चिकित्सा सुविधा फर्नीचर की सुविधा ड्रेस की सुविधा एवं अन्य जो विद्यार्थियों को सुबिधियाएं चाहिए पड़ती है वह सुविधाएं दी जाती हैं रजनी द्वारा बड़े-बड़े आयोजन भी कराए जाते हैं जो की स्पॉन्सरशिप की मदद से किए जाते हैं रजनी द्वारा गरबा प्रतियोगिता महिला बाइक रैली मैराथन पौधारोपण सामान्य ज्ञान परीक्षा होली समारोह जुंबा सिंगिंग कंपटीशन डांसिंग कंपटीशन अन्य बड़े बड़े आयोजन कराए जाते हैं ।
कोरोना काल के समय जब लोगों को खाने के लिए भोजन नहीं मिल रहा था तब रजनी जयसवाल द्वारा हर बस्ती में भोजन पहुंचाया गया जिन घरों में राशन खत्म हो गया था उन घरों में राशन पहुंचाया गया हर जरूरतमंद के पास मदद पहुंची, कोरोना काल के समय जब सभी बसें बंद हो गई तब रजनी जैसवाल जिनके पति बस ऑपरेटर है उनके द्वारा शहर से गांव तक लोगों को निशुल्क बस छोड़ने गई बस एवं ट्रक में भी लोग गए और लोगों ने दिल से दुआ दी ।