खरगापुर की पूर्व विधायक चंदा रानी गौर के समर्थकों पर लगाया आरोप
टीकमगढ़। डेस्क रिपोर्ट। पंचायतों को निर्विरोध कराने के लिए दबंगों द्वारा प्रत्याशियों एवं उनके परिजनों को धमकियां मिलना शुरू हो गई है। ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं। जतारा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत देवराहा एवं पलेरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत फूलपुर में प्रत्याशियों के परिजनों को धमकियां दी जा रही हैं। ग्राम पंचायत देवराहा निवासी रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि वह अपने गांव नहीं जा पा रहे हैं। इनकी पत्नी रामसखी यादव ग्राम पंचायत देवराहा से सरपंची का चुनाव लड़ रही हैं। यह ग्राम पंचायत विगत कई बरसों से निर्विरोध निर्वाचित होती रही है। श्री यादव का कहना है कि इस बार उन्होंने अपनी पत्नी का नामांकन कराया है जिसके कारण खरगापुर की पूर्व विधायक श्रीमती चंदा रानी गौर के पति सुरेंद्र सिंह गौर, गोविंद सिंह गौर एवं उनके समर्थक दबाव बना रहे हैं। श्री यादव का कहना है कि उन्हें मारने की धमकियां दी जा रही हैं, जिसके चलते वह मानसिक रूप से बहुत परेशान हो गए हैं। इसके साथ ही ग्राम पंचायत देवराहाराहा से सटी ग्राम पंचायत फूलपुर निवासी मनीराम यादव की धर्मपत्नी गीता देवी यादव ने नामांकन किया है। यह पंचायत भी काफी समय से निर्विरोध निर्वाचित होती रही है परंतु इस बार श्रीमती यादव के मैदान में उतरने से दबंगों के हौसले पस्त हो गए हैं। मनीराम यादव का कहना है कि गौर बंधु के समर्थक गुंडों द्वारा उन्हें भी चुनाव लड़ने पर अंजाम भुगतने की धमकियां दी जा रही हैं। श्री यादव ने बताया कि वह और उनका परिवार इन धमकियों से काफी भयभीत हैं। बाहर हाल आज नामांकन वापसी का अंतिम दिन है और यह प्रत्याशी किसी भी सूरत में अपना नामांकन वापस नहीं लेना चाहते। इसके अलावा इन प्रत्याशियों को यह भय सता रहा है कि जब नामांकन वापस लेने के लिए इतना दबाव बनाया जा रहा है तो जीत सुनिश्चित करने के लिए निश्चित ही बूथ कैपचरिंग जैसी घटनाओं को अमलीजामा पहनाया जा सकता है। इन प्रत्याशियों ने शासन से अपील की है कि उनकी ग्राम पंचायतों को अति संवेदनशील घोषित कर चुनाव संपन्न कराए जाएं।