परमात्‍मा का चिंतन और भजन ही सर्वोपरी, शिव मंदिर परिसर में हुआ सतसंग कार्यक्रम

टीकमगढ़। शहर के गणेशपुरम कॉलोनी स्थित सर्वेश्‍वर धाम शिव मंदिर परिसर में सोमवार को एक दिवसीय सतसंग कार्यक्रम सम्‍पन्‍न हुआ। यहां मलूकपीठाधीश्वर स्‍वामी राजेंद्रदास देवाचार्य महाराज ने धर्म प्रवचन करते हुए भगवान के नाम की महिमा का बखान किया। महाराज ने कहा कि उच्च कुलीन व्‍यक्ति वह है, जो भगवान का भक्त हो। केवल उच्चकुल में जन्म लेने से कोई व्‍यक्ति उच्च कुल का नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में वर्णन है, कि यदि कोई व्‍यक्ति सभी गुणों से सम्पन्न है, और वह भगवान का भजन नहीं करता है, तो वह संसार के मोह माया में ही फंस कर रह जाएगा। इससे प्रत्‍येक प्राणी को चाहिए कि वह भगवान की लीलाओं और उनके नाम का भजन पूजन नित्‍य करे। यही मोक्ष का द्वार है, और यही प्राणियों के लिए सबसे ज्‍यादा कल्‍याणकारी है। इस दौरान महाराज ने भगवान श्रीराम की लीलाओं का भी संगीतमयी बखान किया। मंदिर पर यह आयोजन सभी भक्‍तों के सहयोग से आयोजित किया गया।