चीन के रॉकेट ने विश्व के तमाम देशों की धड़कने बढ़ा रखी हैं। खास तौर पर अमरीका के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।
अंतरिक्ष में बेकाबू हो चुका चीनी रॉकेट
मुसीबत बन चुका है अमरीका के लिए
करीब 21 टन वजनी रॉकेट आशंका जताई जा रही है कि यह घनी आबादी वाले महानगरों जैसे अमेरिका का न्यूयॉर्क, स्पेन का मैड्रिड और चीन के पेइचिंग शहर को निशाना बना सकता है।
अगले 48 घंटे काफी अहम हैं, जब इसकी वास्तविक स्थिति को लेकर सटीक जानकारी मिल सकती है। अभी तक वैज्ञानिक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि यह रॉकेट ठीक-ठीक कहां पर गिरेगा।
महत्वपूर्ण अगले 48 घंटे
क्योंकि इस रॉकेट के पृथ्वी ( Earth ) के वायुमंडल में आठ मई को प्रवेश करने के आसार हैं। अमरीकी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा यह रॉकेट आठ मई के आसपास कभी भी पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सकता है।
अब तक यह कहा गिर सकता हैं इसको लेकर स्थिति साफ नहीं
यह बता पाना मुश्किल है कि यह पृथ्वी के वायुमंडल में किस क्षेत्र से प्रवेश करेगा। अन्य सेटेलाइट ट्रैकर्स ने भी 100 फीट लंबे और 16 फीट चौड़े रॉकेट के बारे में बताया है।
2021-035बी नाम का रॉकेट अमरीका इस रॉकेट पर लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं। अमरीका की कोशिश है कि इसे पृथ्वी पर गिरने से रोका जाए।
सही जानकारी मिलेगी अंतिम घंटों में
पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा एंट्री के कुछ घंटों पहले ही उसकी लोकेशन को लेकर सही जानकारी मिल सकेगी कि आखिर वो किस एरिया में गिर सकता है।
अमरीका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता माइक हावर्ड ने कहा कि अमरीकी स्पेस कमांड की निगरानी में यह मामला है। चीन रॉकेट की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
इस सप्ताह के अंत में उम्मीद कि यह अज्ञात स्थान पर गिर सकता है
रॉकेट का सबसे बड़ा भाग जिसने कक्षा में चीन के पहले स्थायी अंतरिक्ष स्टेशन के मुख्य मॉड्यूल को लॉन्च किया था, से उम्मीद की जा रही है कि वह इस सप्ताह के अंत में किसी अज्ञात स्थान पर जल्द से जल्द पृथ्वी पर वापस आ जाएगा।